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MP: बीजेपी ने राकेश को बनाया ‘सेनाध्यक्ष’ तोमर के हाथ संयोजन की कमान

भोपाल। नए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के चयन के साथ ही भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनाव की पूरी जिम्मेदारी भी तय कर दी है, सूत्रों के मुताबिक जबलपुर से बीजेपी सांसद राकेश सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के साथ ही केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को प्रदेश चुनाव अभियान समिति का संयोजक बनाया जाएगा।

हालांकि, अभी तक इसका आधिकारिक एलान नहीं किया गया है, प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे ने इसके संकेत दिए हैं। इससे साफ हो गया है कि प्रदेश अध्यक्ष और चुनाव अभियान समिति के मामले में शिवराज सिंह केंद्रीय संगठन और आरएसएस को मनाने में कामयाब रहे हैं और आगामी विधानसभा चुनाव के लिए शिवराज सिंह अपनी मनपसंद टीम बनवाने में कामयाब हो गए हैं।

मप्र भाजपा के नए प्रदेशाध्यक्ष के नाम के साथ भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव एक बार फिर केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के नेतृत्व में लडेगी, ये तय हो गया है। प्रदेशाध्यक्ष पद के नाम को लेकर कई दावेदार मैदान में थे, लेकिन जिस तरह से जबलपुर सांसद राकेश सिंह के नाम पर सहमति नजर आ रही है। माना जा रहा है कि शिवराज सिंह और तोमर की जोडी केंद्रीय संगठन और आरएसएस को मनाने में कामयाब रही है। राकेश सिंह केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के करीबी माने जाते हैं।

शिवराज सिंह और तोमर पिछले दो चुनावों में अपने प्रबंधन में भाजपा को जीत दिला चुके हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को प्रदेश चुनाव अभियान समिति की कमान सौंपे जाने से साफ हो गया है कि बीजेपी फिर एक बार शिवराज और तोमर की जोडी पर भरोसा करके चौथी बार एमपी की सत्ता पर काबिज होने की कोशिश में है। ऐसे संकेत मिल रहे थे कि बीजेपी शिवराज सिंह के करीबियों के अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के विश्वस्त को मौका दे सकती है और शिवराज को तालमेल बिठाना मुश्किल होगा, लेकिन लंबी कवायद के बाद शिवराज सिंह अपनी बात मनवाने में कामयाब रहे हैं।

शिवराज सिंह और नरेन्द्र सिंह तोमर की जोड़ी के पुराने कारनामें किसी से छुपे नहीं है। 2008 का विधानसभा चुनाव हो या 2013 का, इस जोडी ने बीजेपी को दूसरी और तीसरी बार सत्ता में वापसी करने में अहम भूमिका निभायी थी। इस बार संकेत मिल रहे थे कि एक बार फिर नरेन्द्र सिंह तोमर प्रदेश अध्यक्ष बनेंगे, लेकिन उन्हें चुनाव अभियान समिति की कमान सौंपे जाने से साफ हो गया है कि अब वो विधानसभा चुनाव के मामले में प्रदेश अध्यक्ष से ज्यादा मजबूत और प्रभावी होंगे। हांलाकि राकेश सिंह के चुने जाने से किसी टकराहट के आसार बिल्कुल नहीं है, क्योकिं राकेश सिंह को तोमर का ही करीबी माना जाता है। कुल मिलाकर इसमें शिवराज सिंह और मजबूत होकर सामने आए हैं।

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