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आजादी का अमृत महोत्सव : आजादी के लिए सामूहिक बलिदान हमारी सांस्कृतिक एकता का परिचायक -डॉ. नजमा हेपतुल्ला

मध्यप्रदेश। भारत का गौरवशाली इतिहास, आजादी के लिए सामूहिक बलिदान, त्याग, भाईचारा, प्रेम, बंधुत्व एकता एवं हमारी सांस्कृतिक एकता का परिचायक है। आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के माध्यम से हमारे नौजवानो में उन्नत संस्कारो एवं एकता की भावना विकसित हो सके। यह बात “आजादी का अमृत महोत्सव“ के अवसर पर डॉ. बी. आर. अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय, महू, (मध्यप्रदेश तथा हेरीटेज सोसाईटी, पटना, बिहार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एक वर्षीय साप्ताहिक राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय, संगोष्ठी एवं व्याख्यानमाला का उद्घाटन कार्यक्रम, मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल मणिपुर राज्य की राज्यपाल डॉ. नजमा हेपतुल्ला ने कही। “आजादी का अमृत महोत्सव“ के अवसर पर डॉ. बीआर. अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय, महू, (मध्यप्रदेश तथा हेरीटेज सोसाईटी, पटना, बिहार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एक वर्षीय साप्ताहिक राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय, संगोष्ठी एवं व्याख्यानमाला का उद्घाटन कार्यक्रम, मुख्य अतिथि मणिपुर राज्य की राज्यपाल डॉ. नजमा हेपतुल्ला द्वारा किया गया। कार्यक्रम का परिचय भाषण डॉ. नीरू मिश्रा, पूर्व निदेशक, भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद , भारत सरकार नई दिल्ली द्वारा किया गया।

राज्यपाल डॉ. नजमा हेपतुल्ला कहा कि वर्तमान कोरोना महामारी से व्याप्त भय के दौर में हम यह आजादी का अमृत महोत्सव मना कर, हम वीर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद कर रहे है निश्चित ही यह हमारे समाज के युवाओं के मन में एक नवीन ऊर्जा एवं उत्साहवर्धक होगा। आजादी के संघर्ष को जानने का यह अवसर प्रधानमंत्री की संकल्पना से साकार प्रतीत हो रहा है। इस कार्यक्रम के माध्यम से हमारे नौजवानो में उन्नत संस्कारो एवं एकता की भावना विकसित हो सके। आपने अपने उदबोधन में स्पष्ट रूप से यह बताने का प्रयास किया कि आजादी की लड़ाई में नार्थ ईस्ट भारत जिसमे मणिपुर राज्य का भी अहम योगदान रहा है साथ ही साथ यहां की महिलाओ ने भी अपने त्याग और शौर्य से अपनी भागीदारी की है। मणिपुर राज्य की महिलाओ की भूमिका भी सराहनीय रही है। देश की अखंडता, सांस्कृतिक विरासत एवं अस्मिता हेतु इस प्रकार के कार्यक्रम से पूरा देश लाभान्वित होगा।

स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियो को किया जाएगा याद — कुलपति प्रोफेसर आशा शुक्ला

आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम की अध्यक्षा कुलपति ब्राउस, प्रोफेसर आशा शुक्ला, ने अपने स्वागत वक्तव्य में सभी सम्मानित जनो का स्वागत करते हुए कहा कि किसी भी संस्था का चरित्र उसके सामाजिक दायित्व बोध और उसके क्रियान्वयन से होता है उसी श्रंखला में भारत के प्रधानमंत्री के संकल्प अनुसार यह विश्वविद्यालय आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर वर्ष भर प्रत्येक सप्ताह बुधवार को किसी एक स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियो को इन कार्यक्रम के माध्यम से न केवल याद करेगा वल्कि उनके त्याग और बलिदान की गाथा विस्तृत वर्णन रिपोर्ट के माध्यम से समाज को उपलब्ध भी कराएगा।

राष्ट्र प्रेम की भावना जगाने में सफल कार्यक्रम — डॉ. अनंतआशुतोष द्विवेदी

हेरीटेज सोसाईटी पटना के महानिदेशक डॉ अनंतआशुतोष द्विवेदी ने कहा कि निश्चित रूप से आज का यह उदघाटन सत्र आने वाले कार्यक्रमों को तथा समाज के नौजवानो को हमारे गौरवशाली स्वतंत्रता संग्राम की पुनः न केवल याद दिलाएगा अपितु उनमे राष्ट्र प्रेम की भावना जगाने में सफल होगा। निश्चित रूप से आज का यह उदघाटन सत्र आने वाले कार्यक्रमों को एक उत्साह एवं प्रेरणा दायी सिद्ध होगा। कार्यक्रम में प्रशासनिक संयोजक अजय वर्मा , कुलसचिव ब्राउस, अकादमिक संयोजक प्रोफेसर डी के वर्मा डीन ब्राउस, डॉ० मनीषा सक्सेना, डीन ब्राउस, सहायक कुलसचिव सुश्री संध्या मालवीय एवं ब्राउस के सभी पदाधिकारी शिक्षक गण, हेरीटेज सोसाईटी पटना के सम्मानित प्रबुद्ध जन, शोधार्थी एवं विद्यार्थी गण सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अजय दुबे द्वारा किया गया।

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