Bhopalbreaking newscrimeINDIAmadhya pradeshPoliticsTop-Stories

बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक पुत्र द्वारा अधिकारी की पिटाई के बाद मप्र की सियासत में उबाल

 

— बीजेपी की गुरूवार को इंदौर बंद की अपील,मामले को राजनैतिक रंग देने की तैयारी
— बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश और विधानसभा नेताप्रतिपक्ष गोपाल भार्गव इंदौर पंहुचें
— आरोपी विधायक आकाश विजयवर्गीय को 14 दिन के लिए जेल भेजा

मध्यप्रदेश। प्रदेश के इंदौर शहर में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय के विधायक पुत्र आकाश विजयवर्गीय ने सडक पर पुलिस अधिाकारियों की मौजुदगी में नगर निगम अधिकारी की क्रिकेट बल्ले से पीटाई करने के ममाले में मप्र की सियासत में उबाल आ गया है। विधायक आकाश विजयवर्गीय के जेल जाने के बाद मप्र की बीजेपी सगठन तेजी से सक्रिय हुआ है। बीजेपी ने गुरूवार को इंदौर बंद योजना बना ली है। मोर्चा संभालने के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह और विधानसभा नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव इंदौर पंहुच गए है। वहीं जेल के बार एक विधायक समर्थक ने आग लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया ।

जानकारी के अनुसार बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय के विधायक पुत्र आकाश विजयवर्गीय ने नगर निगम अधिकारी धीरेंद्र बायसा के साथ मारपीट करने के मामले ने तूल पकड लिया है। एक तरफ जहां बीजेपी इसे राजनैतिक रंग देने की तैयारी कर रही है। वहीं इंदौर नगर निगम के अधिकारी, कर्मचारी सीधी लडाई लडाने को तैयार है उन्होंने स्पष्ट बोल दिया ​है कि मारपीट के मामले में कोई समझौता नहीं होगा।

क्या हुआ पूरा घटनाक्रम

जानकारी के अनुसार बुधवार को नगर निगम का अमला शहर के गंजी कंपाउंड क्षेत्र में जर्जर मकान को तोड़ने के पहुंची थी। यह इलाके विधानसभा क्षेत्र तीन नंबर में आता है। यहां से बीजेपी बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र आकाश विजयवर्गीय विधायक है। लोगो ने निगत अमले की कार्रवाही की शिकायत विधायक आकाश विजयवर्गीय को दी। सुचना मिलने के कुछ ही देर में विधायक आकाश विजयवर्गीय यहां पहुंच गए और निगम अधिाकारियों को चेतवानी दी कि अगर पांच मिनिट के भीतर वह यहां से चले जाएं नहीं अंजाम ठीक नहीं होगा। अधिकारियों और विधायक के बीच बात होते होते विवाद हो गया,विवाद इतना बढ गया कि बात मारपीट तक पहुंच गई। इस विधायक समर्थकों ने पोकलेन की चाबी भी निकाल ली। विधायक आकाश विजयवर्गीय की बात अधिकारियों ने जब नहीं मानी तो उन्होंने क्रिकेट का बल्ला हाथ में लेकर निगम अधिकारी धीरेंद्र बायसा के पीछे दौड लगाकर उनकी पिटाई कर दी। इस दौरान मौजूद पुलिस अधिकारियों ने सिर्फ दिखावे के लिए अधिकारी का बचाव किया। इसी दौरान विधायक समर्थकों ने पोकलेन मशीन और नगर निगम की गाड़ी पर पथराव कर उन्हें फोड़ दिया। जब विधायक को पुलिस ने अधिकारी को पीटने से रोका तो समर्थकों ने अधिकारी की जमकर पिटाई की और उनके कपडें फाडने की कोशिश करते रहे। इस घटना के बाद नगर निगम में हंगामा मच गया। कर्मचारियों और अधिकरियसों ने कम बंद कर दिया। वहीं पार्षदों के बैठक में रोक दी गई । मौके पर बीजेपी नेता रामेश मंदौला भी पहुंच और अब कैलाश विजयवर्गीय गुट और नगर निगम के अधिकारी, कर्मचारी आमने सामने आ गए है। ममला अभी शांत नहीं हुआ है। नगर निगम में कर्मचारी नेता उमाकांत काले ने कहा कि इस तरह से अधिकारी या कर्मचारियों के साथ मारपीट नहीं की जा सकती है। नगम में सभी काम बंद कर दिए गए है। घटना का विडियो भी वायरल हो रहा है। जिस में विधायक आकाश विजयवर्गीय नगम अधिकारी को बैट से मार रहे है।

घटना के बाद कौन क्या बोला

इस घटना के बाद कैलाश विजयवर्गीय ने न्यज 24 के एंकर से कहा कि तेरी हैसीयत क्या है,चुपचाप चैनल चला,औकात क्या है तेरी। औकात में रहे। कैलाश विजयवर्गीय द्वारा बोले गए शब्दों से पत्रकार जगत में बहुत आक्रोश है सोशल मिडिया पर इस पर तीखी निंदा की जा रही है।

मारीपीट के आरोपी विधायक आकाश ​के वकील ने कहा कि आकाश की जमा अर्जी निरस्त की गई है,उन्हें जमानत नहीं दी। वकील ने जज पर सवाल खडे कर दिए। वकील ने कहा कि पुलिस ने झूठा केस बनाकर न्यायलय में पेश किया है वकील ने जज की कार्यप्रधाली ही सवाल किए है।

— आरोपी बीजेपी विधायक ने कहा कि नगर निगम का अमला जिस जर्जर मकान को तोडने पहुंचा वो मकान जर्जर नहीं है। नगर निगम के ​​अधिकारी धीरेंद्र बायसा ने उक्त मकान में रहने महिला का हाथ पकडकर बाहर किया और गालिया दी। इसलिए उन्हें गुस्सा आया । आकाश ने कहा कि नगर निगम कमिश्नर और कांग्रेस सरकार के मंत्री सज्जन सिंह वर्मा मिलकर काम कर रहे है। आधा पैसा कमिश्नर और आधा कमिश्नर रखते है।

Related Articles

Back to top button